UIDAI ने अभिभावकों को एक बड़ी राहत दी है। आधार कार्ड, जो कि आज शिक्षा, बैंकिंग और सरकारी योजनाओं के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज़ है, उसमें बच्चों से जुड़ा एक महत्वपूर्ण नियम है। नियमानुसार, 5 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर प्रत्येक बच्चे के ‘बाल आधार’ में बायोमेट्रिक जानकारी को अपडेट करना अनिवार्य है।

इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए UIDAI ने एक नई योजना तैयार की है। इसके तहत, अब अभिभावकों को आधार सेवा केंद्र जाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि यह अपडेशन प्रक्रिया अब बच्चों के विद्यालयों में ही शिविर लगाकर पूरी की जाएगी। इससे समय की बचत होगी और प्रक्रिया सुगम हो जाएगी।
कैसे काम करेगी यह योजना?
समाचार एजेंसी पीटीआई (PTI) की रिपोर्ट के अनुसार, UIDAI अब स्कूलों के जरिए ही बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेशन करने की एक बड़ी योजना पर काम कर रहा है। इस योजना को लागू करने के लिए, UIDAI देश के हर जिले में बायोमेट्रिक किट (मशीनें) भेजेगा। ये टीमें एक स्कूल में काम पूरा करने के बाद, दूसरे स्थानीय स्कूल में जाकर बच्चों का आधार अपडेट करेंगी, ताकि यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से सभी स्कूलों में पूरी हो सके।
यह सुविधा कब से मिलेगी?
- शुरुआत: UIDAI के CEO भुवनेश कुमार के मुताबिक, स्कूलों में आधार अपडेट का काम अगले 2 महीने (या 45-60 दिन) में शुरू हो सकता है।
- मौजूदा स्थिति: फिलहाल, इस योजना के लिए जरूरी तकनीक की टेस्टिंग चल रही है।
- आगे का प्लान: जैसे ही तकनीक तैयार हो जाएगी, इसे बारी-बारी से सभी स्कूलों में लागू करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
अपडेट न होने पर बंद हो सकता है आधार कार्ड
UIDAI सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से अभिभावकों को लगातार अलर्ट जारी कर रहा है। इसमें बताया जा रहा है कि बच्चों का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट कराने से स्कूल एडमिशन, प्रवेश परीक्षा, स्कॉलरशिप और डीबीटी (DBT) जैसे लाभों तक आसान पहुँच सुनिश्चित होगी। अथॉरिटी ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर समय पर (5 साल की उम्र के बाद) बच्चे का बायोमेट्रिक अपडेट नहीं कराया गया, तो उसका आधार कार्ड डीएक्टिवेट (निष्क्रिय) किया जा सकता है, जिससे बच्चा इन सभी लाभों से वंचित रह सकता है।
कैसे बनता और अपडेट होता है ‘बाल आधार’?
जब 5 साल से कम उम्र के बच्चे का ‘बाल आधार’ बनता है, तो उसमें बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन) नहीं ली जाती। यह कार्ड केवल बच्चे की फोटो, नाम, जन्मतिथि, पता और माता-पिता के दस्तावेजों के आधार पर बनता है। लेकिन जैसे ही बच्चा 5 साल की उम्र पूरी करता है, उसका पहला अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट कराना जरूरी हो जाता है, जिसमें उसके फिंगरप्रिंट, आइरिस स्कैन और नई फोटो को आधार से जोड़ा जाता है।
कितना लगता है चार्ज?
UIDAI ने साफ किया है कि 5 साल की उम्र में होने वाला बच्चों का पहला अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (Mandatory Biometric Update – MBU) बिल्कुल मुफ्त है। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता। हालांकि, अगर यह काम 7 साल की उम्र के बाद कराया जाता है, तो इसके लिए 100 रुपये का शुल्क देना होगा।
7 करोड़ से ज़्यादा बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट है बाकी
UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार ने बताया कि जिन बच्चों का आधार कार्ड अभी तक बायोमेट्रिक अपडेट नहीं हुआ है, उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है और यह आँकड़ा अब 7 करोड़ से ज़्यादा हो चुका है।
उन्होंने आगे कहा, “5 साल से अधिक उम्र के सभी बच्चों के लिए आधार बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य है। इसी बढ़ते आँकड़े को देखते हुए UIDAI ने स्कूलों के माध्यम से इस काम को तेज़ी से और बिना देरी के पूरा करने का प्लान बनाया है।”