शेयर बाज़ार में जब छोटी कंपनियों (SME) के IPO की बात आती है, तो माहौल हमेशा गर्म रहता है। इसी हलचल के बीच, एक नया नाम सामने आया है – GNG Electronics। यह कंपनी जाने-माने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की खरीद-फरोख्त के कारोबार में है और आज इसने अपना IPO बाज़ार में उतारा है। यह निवेशकों के लिए एक सीधी-सादी बाज़ी नहीं है; यह एक ऐसी पहेली है जहाँ एक तरफ कंपनी की अविश्वसनीय रफ़्तार से बढ़ती कमाई है, तो दूसरी तरफ इसके बिजनेस मॉडल पर खड़े होते गंभीर सवाल।

ये कहानी इतनी सीधी है नहीं।
कंपनी ने अपने हर शेयर की कीमत ₹80 तय की है और इसका इरादा बाज़ार से 11.23 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशक 20 जून से 24 जून के बीच इसमें पैसा लगा सकते हैं। अगर आप एक आम निवेशक हैं, तो आपको कम से कम 1,600 शेयर खरीदने होंगे, यानी आपकी जेब से सीधे ₹1,28,000 लगेंगे। लिस्टिंग के बाद यह शेयर BSE के SME प्लेटफॉर्म पर ट्रेड होगा, एक ऐसी जगह जहाँ किस्मत रातों-रात चमक भी सकती है और डूब भी सकती है।
अब ज़रा कंपनी के काम को समझिए। GNG Electronics। खुद कुछ नहीं बनाती; यह तो बस Apple, Samsung और OnePlus जैसे बड़े ब्रांड्स के स्मार्टफोन और गैजेट्स को खरीदकर आगे बेचती है। एक तरह से यह एक ट्रेडर है। लेकिन जब आप इसके वित्तीय नतीजों पर नज़र डालते हैं, तो दिमाग चकरा जाता है। जहाँ 2022 में कंपनी की कमाई महज़ 10.56 करोड़ थी, वो 2023 में उछलकर 79.16 करोड़ हो गई! और ये सिलसिला रुका नहीं। इस साल फरवरी तक कंपनी 88.76 करोड़ का बिज़नेस और करीब 3 करोड़ का मुनाफा कमा चुकी है।
वाकई, कमाल की ग्रोथ है!
लेकिन यहीं पर कहानी में एक मोड़ आता है, और यह चेतावनी दे रहे हैं कि यह कंपनी सिर्फ ट्रेडिंग के भरोसे है। इसके पास न तो अपनी कोई फैक्ट्री है, न कोई ख़ास तकनीक, और न ही किसी ब्रांड के साथ कोई ऐसा पक्का अनुबंध जो सालों-साल चले। मतलब, ये मुनाफे के बारीक अंतर पर चलने वाला धंधा है, कोई ऐसा किला नहीं जिसे कोई भेद न सके। कंपनी की कीमत ज़्यादा लग रही है। वे इसे सिर्फ उन्हीं निवेशकों के लिए सही मानते हैं जो बड़ा जोखिम उठाने का जिगरा रखते हैं।
मगर सिक्के का दूसरा पहलू भी है – ग्रे मार्केट। यह वो चोर बाज़ार है जहाँ लिस्टिंग से पहले ही शेयरों का सौदा होता है और निवेशकों के मूड का पता चलता है। वहाँ GNG Electronics का शेयर ₹12 के प्रीमियम पर चल रहा है। इसका मतलब है कि लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह ₹80 का शेयर ₹92 पर लिस्ट हो सकता है, यानी करीब 15% का मुनाफा। यह बाज़ार की सट्टेबाज़ी वाली उम्मीद है, जो एक्सपर्ट की सलाह से बिलकुल अलग है।
तो अब निवेशक के सामने दुविधा यही है। एक तरफ बड़े ब्रांड्स का नाम और तूफानी रफ़्तार से बढ़ती कमाई का लालच है। दूसरी तरफ, एक कमज़ोर बिज़नेस मॉडल और महंगी कीमत की कड़वी सच्चाई। इसलिए, इस IPO में पैसा लगाने का फैसला सिर्फ हाँ या ना का नहीं है। यह इस बात पर लगाया गया एक सोचा-समझा दांव है कि GNG Electronicsकी यह शानदार उड़ान आगे भी जारी रहेगी, या यह बस एक बुलबुला है जो कभी भी फूट सकता है।