भारतीय क्रिकेट टीम वर्तमान में इंग्लैंड दौरे पर है, लेकिन चोटों ने टीम की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सीरीज में पहले ही पिछड़ने के बाद, ऋषभ पंत, अर्शदीप सिंह और आकाश दीप के चोटिल होने से वापसी की राह और भी मुश्किल दिखाई दे रही है। ऐसे में, हरियाणा के युवा तेज गेंदबाज Anshul Kamboj को बैकअप पेसर के रूप में टीम में शामिल किया गया है

चोटों ने बढ़ाई मुश्किलें
आकाश दीप एजबेस्टन टेस्ट में हीरो बने थे, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान उन्हें कूल्हे में तकलीफ हुई। 30वां ओवर फेंकने के बाद वे दर्द से कराहते दिखे और गेंदबाजी रोकनी पड़ी। हालांकि वे नाइट वॉचमैन के रूप में बल्लेबाजी करने आए, लेकिन चौथे टेस्ट में उनके खेलने पर संशय बना हुआ है। वहीं, अर्शदीप सिंह नेट्स सेशन के दौरान हाथ में चोट लगने से डेब्यू का मौका गंवा सकते हैं।
अंशुल कंबोज: संभावित डेब्यू की तैयारी
इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ए की टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले अंशुल को आपातकालीन विकल्प के रूप में बुलाया गया है। उन्होंने 2 मैचों की 3 पारियों में 10+ ओवर गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए और बल्ले से भी 51 रन जोड़े। अगर आकाश और अर्शदीप फिट नहीं होते, तो मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट में अंशुल को डेब्यू का मौका मिल सकता है।
फर्स्ट-क्लास प्रदर्शन और बैटिंग स्किल्स
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अंशुल ने 24 मैचों की 41 पारियों में 79 विकेट लिए हैं। उनकी औसत 22.88 और इकोनॉमी 3.10 की है। उन्होंने 2 बार 5 विकेट हॉल और 1 बार 10 विकेट हॉल (10/68) भी लिया है। तेज गेंदबाजी के साथ-साथ वे मिडिल ऑर्डर में उपयोगी योगदान दे सकते हैं, जैसा कि उन्होंने भारत ए के लिए दिखाया।
किसान परिवार से लेकर आईपीएल तक का सफर
करनाल (हरियाणा) के किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले अंशुल का जन्म 6 दिसंबर 2000 को हुआ। 6 साल की उम्र से क्रिकेट ट्रेनिंग शुरू करने वाले इस युवा ने अपनी मेहनत से चेन्नई सुपर किंग्स तक का सफर तय किया है। तेज गेंदबाजी और संतुलित बल्लेबाजी के दम पर वे टीम इंडिया के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।
चुनौती और अवसर:
चौथे टेस्ट से पहले टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती चोटिल खिलाड़ियों की जगह भरना है। अंशुल कंबोज जैसे युवाओं को मिला अवसर न केवल टीम की रणनीतिक गहराई बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य के लिए भी एक मजबूत विकल्प पेश करेगा।