
हर साल की तरह, 2025 में भी दुनिया भर में दोस्ती के अनमोल रिश्ते का जश्न मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस (International Friendship Day), एक ऐसा दिन है जो न केवल व्यक्तिगत संबंधों को मज़बूत करता है, बल्कि वैश्विक शांति और सद्भाव का संदेश भी देता है।
हालाँकि भारत में इसे अगस्त के पहले रविवार को मनाने की परंपरा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आधिकारिक तिथि कुछ और ही है। आइए, इस विशेष रिपोर्ट में जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस का पूरा इतिहास, इसका महत्व और 2025 में इसे मनाने के कुछ ख़ास तरीके।
तारीख़ का भ्रम और इसका आधिकारिक सच
भारत में फ्रेंडशिप डे का मतलब अगस्त का पहला रविवार, रंग-बिरंगे फ्रेंडशिप बैंड्स और दोस्तों के साथ आउटिंग से जुड़ा है। लेकिन यह एक क्षेत्रीय परंपरा है। वैश्विक पटल पर इसकी कहानी और तारीख दोनों ही अलग हैं।
- मूल प्रस्ताव और विचार: इस दिन की नींव 1958 में पैराग्वे में रखी गई थी। ‘वर्ल्ड फ्रेंडशिप क्रूसेड’ नामक एक संगठन ने विश्व भर में दोस्ती के माध्यम से शांति और आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 30 जुलाई को विश्व मैत्री दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा था।
- संयुक्त राष्ट्र की मान्यता: इस विचार को वैश्विक मान्यता मिलने में कई दशक लग गए। अंततः, 27 अप्रैल 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें आधिकारिक तौर पर 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस के रूप में नामित किया गया। संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य सदस्य देशों को इस दिन को मनाने के लिए प्रोत्साहित करना था ताकि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों के बीच दोस्ती के पुल बन सकें, जिससे वैश्विक शांति प्रयासों को बल मिले।
इसलिए, जहाँ स्थानीय परंपराएं अपनी जगह हैं, वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मैत्री दिवस 30 जुलाई को ही मनाया जाता है।
क्यों आज के दौर में और भी ज़रूरी है यह दिन?
एक समय था जब दोस्ती का रिश्ता सहज और स्वाभाविक हुआ करता था। लेकिन आज के तकनीकी रूप से उन्नत और सामाजिक रूप से जटिल दौर में, इसकी अहमियत कहीं ज़्यादा बढ़ गई है।
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, डिजिटल युग में बढ़ते अकेलेपन और मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों के बीच दोस्ती एक ‘एंटीडोट’ (मारक) की तरह काम करती है। एक मज़बूत सोशल सपोर्ट सिस्टम, जिसमें भरोसेमंद दोस्त शामिल हों, तनाव और अवसाद के ख़िलाफ़ एक मज़बूत कवच प्रदान करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि वर्चुअल कनेक्शन की दुनिया में वास्तविक और गहरे मानवीय संबंधों का कोई विकल्प नहीं है।
यह केवल व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। यह दिन हमें सिखाता है कि मतभेदों, पूर्वाग्रहों और सीमाओं के बावजूद, दोस्ती एक ऐसी शक्ति है जो समाज में एकजुटता और सहिष्णुता को बढ़ावा दे सकती है।
2025 का जश्न: केवल औपचारिकताओं से परे
आगामी मैत्री दिवस 2025 को केवल सोशल मीडिया पोस्ट या तोहफों के आदान-प्रदान तक सीमित रखने के बजाय, इसे अधिक सार्थक बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है:
- सामुदायिक जुड़ाव: अपनी मित्र मंडली के साथ मिलकर किसी स्थानीय सामुदायिक सेवा में भाग लेना, जैसे कि वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान या किसी ज़रूरतमंद की मदद करना, दोस्ती को एक नया आयाम दे सकता है।
- डिजिटल डिटॉक्स: एक दिन के लिए अपने दोस्तों के साथ पूरी तरह से टेक्नोलॉजी से दूर रहने का संकल्प लें। यह आपको एक-दूसरे के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने और वास्तविक बातचीत करने का अवसर देगा।
- कौशल साझा करना: एक-दूसरे को कोई नया हुनर सिखाएं। यह कुकिंग से लेकर किसी म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट तक कुछ भी हो सकता है। साथ मिलकर सीखने की प्रक्रिया रिश्ते को और मज़बूत बनाती है।
अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस महज़ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक अवसर है यह याद करने का कि दोस्ती का रिश्ता कितना अनमोल है। यह हमें मौका देता है कि हम अपने उन दोस्तों का आभार व्यक्त करें जो चुपचाप हमारी ज़िंदगी को बेहतर बनाते हैं।