
मक्कल निधि मय्यम (MNM) के प्रमुख और प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन ने शुक्रवार को संसद में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। कमल हासन इस खास मौके पर सुबह ही संसद भवन पहुंचे थे।
कमल हासन ने तमिल भाषा में शपथ ली, जिसे सुनकर संसद में मौजूद अन्य सदस्यों ने जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया।
राज्यसभा में कमल हासन की एंट्री उनके राजनीतिक करियर का एक अहम पड़ाव है, क्योंकि यह पहली बार है जब वे राष्ट्रीय स्तर की विधायी भूमिका निभा रहे हैं। उनकी राज्यसभा सदस्यता DMK के नेतृत्व वाले गठबंधन के समर्थन से संभव हुई, जिन्होंने 2024 लोकसभा चुनावों में MNM के सहयोग के बदले उन्हें राज्यसभा सीट देने का वादा किया था।
संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए 69 वर्षीय अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने कहा, “मैं बहुत गर्वित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं,” जैसा कि ANI ने रिपोर्ट किया।
कमल हासन ने 6 जून को तमिलनाडु सचिवालय में अपना नामांकन दाखिल किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और गठबंधन दलों के वरिष्ठ नेता जैसे VCK के थोल. थिरुमावलवन, MDMK के वैको और तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष सेल्वापेरुनथगई भी मौजूद थे।
234 सदस्यीय तमिलनाडु विधानसभा में राज्यसभा सीट जीतने के लिए कम से कम 34 वोटों की जरूरत होती है। DMK के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के पास 158 विधायक (DMK-133, कांग्रेस-17, VCK-4, CPI-2, CPM-2) हैं, जिससे वे राज्यसभा की चार सीटें आसानी से जीत सकते थे।
12 जून को कमल हासन समेत छह उम्मीदवार तमिलनाडु से निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए। चेन्नई सचिवालय में रिटर्निंग ऑफिसर सुब्रमणि ने उन्हें चुनाव प्रमाणपत्र सौंपे।
अन्य निर्वाचित सदस्यों में DMK की कवयित्री सलमा (ए रोक्कैया मलिक), एसआर शिवलिंगम, पी विल्सन (दूसरी बार चुने गए), और AIADMK के आईएस इनबदुरई व धनपाल शामिल हैं। प्रमाणपत्र वितरण समारोह में उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और कई सांसद भी मौजूद रहे।
2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में MNM को 2.62% वोट मिले थे, लेकिन पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही थी।