
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिनका पूरा परिवार रात 10:30 बजे टीवी के सामने जम जाता था और तुलसी-मिहिर की ज़िंदगी का हर उतार-चढ़ाव अपना सा लगता था, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। भारतीय टेलीविज़न का वो सुनहरा दौर एक बार फिर लौट आया है! जी हाँ, ‘Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi‘ अपने दूसरे सीज़न के साथ वापस आ गया है और आते ही इसने पुरानी यादों की एक लहर सी चला दी है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या यह नया सीज़न भी वही जादू बिखेर पाएगा? क्या तुलसी और मिहिर की कहानी अब भी हमें वैसे ही बांध पाएगी? चलिए, पर्दे के पीछे झांकते हैं और जानते हैं कि इस बार विरानी परिवार हमारे लिए क्या लेकर आया है।
मिहिर का नया अंदाज़, पर तुलसी संग रिश्ता वही पुराना
सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि हमारी आइकॉनिक जोड़ी वापस आ गई है! स्मृति ईरानी एक बार फिर तुलसी विरानी के किरदार में जान डाल रही हैं और अमर उपाध्याय, मिहिर विरानी के रूप में उनका साथ दे रहे हैं।
लेकिन इस बार कहानी में एक दिलचस्प मोड़ है। अमर उपाध्याय ने खुद बताया है कि इस बार मिहिर पहले जैसा नहीं है। वो अब एक बहुत बड़ा और सफल बिजनेसमैन बन चुका है। उसका चलने-फिरने का तरीका, उसका रुतबा, सब कुछ बदल गया है। याद है आपको पहले सीज़न का वो लड़का जो MBA करके पापा के बिज़नेस में हाथ बंटाने आया था? अब वो एक बिज़नेस टाइकून है।
पर फैंस के लिए सबसे अच्छी बात? अमर कहते हैं, “स्मृति (तुलसी) और मेरा रिश्ता आज भी वैसा ही है।” उनकी केमिस्ट्री ही तो इस शो की आत्मा थी, और वो आत्मा अब भी ज़िंदा है!
कहानी लीक नहीं, बल्कि एक नया ट्विस्ट! असली टक्कर अब नई पीढ़ी से
तो फिर शो में नया क्या है? असली कहानी का मोड़ यहीं से शुरू होता है। इस बार तुलसी और मिहिर की लड़ाई किसी बाहरी दुश्मन से नहीं, बल्कि घर की नई पीढ़ी की सोच से है।
शो में रोहित सुचांती, अमन गांधी और शगुन शर्मा जैसे नए चेहरे विरानी परिवार की अगली पीढ़ी के रूप में नज़र आ रहे हैं। कहानी का पूरा फोकस पुरानी और नई पीढ़ी के बीच मूल्यों, संस्कारों और जीने के तरीके के टकराव पर होगा। यह एक ऐसा विषय है जो आज हर घर में देखने को मिलता है, और यही बात इस शो को आज के दर्शकों से जोड़ेगी।
8 साल नहीं, बस 10-12 महीने का साथ!
लेकिन रुकिए, एक बड़ा बदलाव है। अगर आप सोच रहे हैं कि यह शो भी पहले की तरह 8 सालों तक चलेगा, तो आप गलत हैं। अमर उपाध्याय ने खुलासा किया है कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ एक लिमिटेड सीरीज़ होगी, जो लगभग 10 से 12 महीने तक ही चलेगी। इसका मतलब है कि हमें एक कसी हुई, तेज़ रफ़्तार और बिना खींची हुई कहानी देखने को मिलेगी।
अनुपमा vs तुलसी? जानिए क्या है सच्चाई

जैसे ही ‘क्योंकि…’ की वापसी की खबर आई, सोशल मीडिया पर एक जंग छिड़ गई—’अनुपमा’ बनाम ‘तुलसी’। लोगों ने तुलना करनी शुरू कर दी कि कौन सी बहू बेहतर है। लेकिन इस बहस पर ‘अनुपमा’ यानी रुपाली गांगुली और शो की मेकर एकता कपूर, दोनों ने बेहद समझदारी से जवाब दिया है।
रुपाली गांगुली ने कहा, “‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक ऐतिहासिक शो है। इसकी तुलना किसी से नहीं हो सकती। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि ऐसा शो हमारे चैनल पर लौट रहा है।”
वहीं एकता कपूर ने भी साफ किया कि उनका मकसद किसी से मुकाबला करना नहीं, बल्कि एक नई कहानी कहना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करना अब पुरानी सोच हो चुकी है।
तो असल में यह कोई लड़ाई नहीं, बल्कि दर्शकों के लिए एक डबल ट्रीट है!
क्या आपको देखना चाहिए?
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ सिर्फ एक शो की वापसी नहीं है, यह हमारी यादों की वापसी है। हितेन तेजवानी और गौरी प्रधान जैसे पुराने चेहरों के साथ, यह शो पुरानी यादों और नए ड्रामा का एक परफेक्ट कॉकटेल लग रहा है। पहला एपिसोड टेलीकास्ट हो चुका है और उसने फैंस की उम्मीदों को और बढ़ा दिया है।
तो क्या आप विरानी परिवार की इस नई पारी के लिए तैयार हैं? आपने पहला एपिसोड देखा? हमें कमेंट्स में अपनी सबसे पसंदीदा ‘क्योंकि…’ वाली याद ज़रूर बताएं